शीघ्रपतन की 5 सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक दवा गारंटी से फायदा

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Shighrapatan ki ayurvedic dawa शीघ्रपतन की आयुर्वेदिक दवा

दोस्तों अगर आप शीघ्रपतन यानि वीर्य के जल्दी निकल जाने से बेहद परेशान हो और इसके लिए Shighrapatan ki ayurvedic dawa तलाश कर रहे हो जिसका कोई साइड इफेक्ट न हो तो आज इस पोस्ट मे हम आपको Shighrapatan ka ayurvedic dawa की जानकारी देने वाले है , आप इस पोस्ट को पूरा पढिए और अगर आप शीघ्रपतन का जड़ से इलाज चाहते है तो इंडिया के नंबर 1 आयुर्वेद क्लीनिक के नंबर पर संपर्क करके डॉक्टर से मुफ़्त सलाह लेकर दवा मँगवा सकते हो , आयुर्वेद क्लीनिक का नंबर 7827993456 है , तो दोस्तों अब आपको हम बताएंगे शीघ्रपतन की आयुर्वेदिक दवा के बारे मे ।

Shighrapatan ki ayurvedic dawa

शीघ्रपतन क्या होता है ।

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation या PE) एक स्थिति है जिसमें पुरुष यौन क्रिया के दौरान अपेक्षा से जल्दी स्खलित हो जाता है। यह पुरुषों में सबसे सामान्य यौन विकारों में से एक है, जो लगभग 30% पुरुषों को प्रभावित करता है। शीघ्रपतन के कारण तनाव, चिंता, हार्मोनल असंतुलन या कुछ चिकित्सकीय स्थितियों से संबंधित हो सकते हैं। हालाँकि आधुनिक चिकित्सा इसका इलाज क्रीम या मौखिक दवाओं से करती है, लेकिन इनके साथ दुष्प्रभाव भी आ सकते हैं।

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शीघ्रपतन की सबसे बेस्ट दवा Shighrapatan ki ayurvedic dawa

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Shighrapatan ka ayurvedic dawa

शीघ्रपतन के लिए आयुर्वेदिक दवाएं

आइए जानते हैं 5 आयुर्वेदिक दवाएं जो शीघ्रपतन का इलाज करने और यौन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करती हैं।

1. अश्वगंधा (Withania somnifera) Shighrapatan ki ayurvedic dawa

अश्वगंधा कैसे शीघ्रपतन में मदद करता है

अश्वगंधा, जिसे भारतीय जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है, एक शक्तिशाली एडाप्टोजन है, जो तनाव को कम करने के लिए जाना जाता है। तनाव और चिंता शीघ्रपतन के प्रमुख कारण होते हैं, और अश्वगंधा कोर्टिसोल के स्तर को कम करके मानसिक शांति को बढ़ावा देता है। यह यौन सहनशक्ति को भी बेहतर बनाता है।

अश्वगंधा टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है और शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करता है, जिससे यह पुरुषों के समग्र यौन स्वास्थ्य के लिए एक बढ़िया विकल्प बनता है।

अश्वगंधा का उपयोग कैसे करें
  • खुराक: 300-500 mg अश्वगंधा का अर्क प्रतिदिन दो बार।
  • रूप: कैप्सूल, पाउडर और लिक्विड अर्क के रूप में उपलब्ध।
  • सर्वोत्तम प्रैक्टिस: इसे गर्म दूध या पानी के साथ लें ताकि यह जल्दी अवशोषित हो सके।

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2. शिलाजीत (Asphaltum)

शिलाजीत कैसे शीघ्रपतन में मदद करता है

शिलाजीत एक शक्तिशाली पुनर्जीवनकर्ता और प्राकृतिक कामोत्तेजक है। यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है, कामेच्छा को बेहतर बनाता है और धैर्य को बढ़ाता है, जिससे शीघ्रपतन से परेशान पुरुषों को मदद मिलती है। शिलाजीत में 80 से अधिक खनिज होते हैं, जो शरीर को मजबूत बनाने, स्टैमिना को बढ़ाने और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।

इसके नियमित सेवन से मानसिक स्पष्टता और चिंता में कमी आती है, जो शीघ्रपतन का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है।

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शिलाजीत का उपयोग कैसे करें
  • खुराक: प्रतिदिन 300-500 mg।
  • रूप: रेजिन, कैप्सूल या पाउडर के रूप में उपलब्ध।
  • सर्वोत्तम प्रैक्टिस: शिलाजीत को गर्म पानी या दूध में घोलें और सुबह इसका सेवन करें।

3. सफेद मूसली (Chlorophytum borivilianum)

सफेद मूसली कैसे शीघ्रपतन में मदद करता है

सफेद मूसली एक शक्तिशाली कामोत्तेजक और सामान्य स्वास्थ्य टॉनिक है। यह यौन सहनशक्ति को बढ़ाता है और शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में मदद करता है। यह शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाता है, और यौन इच्छा को भी बढ़ाता है। सफेद मूसली की पुनर्जीवन क्षमता शरीर को ऊर्जा देती है, जिससे आप अधिक समय तक यौन क्रिया में शामिल हो सकते हैं।

यह हर्ब प्रजनन स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तर को भी बढ़ाता है, जिससे यह एक लंबी अवधि का समाधान बन जाता है।

सफेद मूसली का उपयोग कैसे करें
  • खुराक: प्रतिदिन 500 mg से 2 ग्राम तक।
  • रूप: पाउडर, कैप्सूल या टैबलेट के रूप में उपलब्ध।
  • सर्वोत्तम प्रैक्टिस: सफेद मूसली पाउडर को दूध या पानी के साथ मिलाकर रोज़ाना सेवन करें।

4. कौंच बीज (Mucuna pruriens)

कौंच बीज कैसे शीघ्रपतन में मदद करता है

कौंच बीज, जिसे म्यूकुना प्रुरियन्स भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली कामोत्तेजक है जो मस्तिष्क में डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है। डोपामाइन यौन उत्तेजना के लिए आवश्यक होता है, और इसके उच्च स्तर से स्खलन पर बेहतर नियंत्रण मिलता है। कौंच बीज टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को भी बढ़ाता है, जिससे सहनशक्ति में सुधार होता है और यौन प्रदर्शन बेहतर होता है।

यह हर्ब न केवल यौन स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि मूड को भी बेहतर बनाता है और तनाव को कम करता है, जो शीघ्रपतन का एक प्रमुख कारण हो सकता है।

कौंच बीज का उपयोग कैसे करें
  • खुराक: प्रतिदिन 1-2 ग्राम कौंच बीज पाउडर।
  • रूप: पाउडर, कैप्सूल और टैबलेट के रूप में उपलब्ध।
  • सर्वोत्तम प्रैक्टिस: कौंच बीज पाउडर को गर्म दूध या पानी में मिलाकर सोने से पहले सेवन करें।

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5. विदारीकंद (Pueraria tuberosa)

विदारीकंद कैसे शीघ्रपतन में मदद करता है

विदारीकंद एक प्राकृतिक कामोत्तेजक और पुनर्जीवन हर्ब है, जो यौन शक्ति और प्रदर्शन को बढ़ाता है। यह प्रजनन अंगों को पोषण देता है, वीर्य उत्पादन को बढ़ाता है और सहनशक्ति को बेहतर बनाता है। इसके नियमित सेवन से यौन गतिविधि को लंबे समय तक जारी रखने में मदद मिलती है।

विदारीकंद शरीर की ऊर्जा का संतुलन बनाए रखता है, जिससे यौन नियंत्रण और सहनशक्ति में सुधार होता है।

विदारीकंद का उपयोग कैसे करें
  • खुराक: प्रतिदिन 5-10 ग्राम विदारीकंद पाउडर।
  • रूप: पाउडर या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध।
  • सर्वोत्तम प्रैक्टिस: इसे गर्म दूध या पानी में मिलाकर नियमित रूप से सेवन करें।

आयुर्वेदिक दवाओं का सुरक्षित उपयोग कैसे करें

हालाँकि आयुर्वेदिक दवाएं प्राकृआयुर्वेदिक दवाओं का सुरक्षित उपयोग कैसे करें

हालाँकि आयुर्वेदिक दवाएं प्राकृतिक और सुरक्षित होती हैं, लेकिन उनका सही तरीके से उपयोग करना जरूरी है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें: किसी भी हर्बल उपचार को शुरू करने से पहले, सही खुराक और संयोजन निर्धारित करने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें।
  • खुराक का पालन करें: अनुशंसित खुराक का पालन करें, क्योंकि किसी भी हर्ब का अत्यधिक उपयोग दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है।
  • एलर्जी की निगरानी करें: कुछ लोगों को विशेष जड़ी-बूटियों से एलर्जी हो सकती है। यदि कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया होती है, तो दवा का सेवन बंद करें और चिकित्सक से परामर्श करें।
  • नियमितता महत्वपूर्ण है: आयुर्वेदिक उपचार धीरे-धीरे काम करते हैं, इसलिए जड़ी-बूटियों को नियमित रूप से लेना आवश्यक है।

उपचार को सपोर्ट करने के लिए जीवनशैली और आहार संबंधी सुझाव

आयुर्वेदिक दवाओं के साथ कुछ जीवनशैली और आहार में बदलाव भी उनके प्रभाव को बढ़ा सकते हैं और यौन स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। यहाँ कुछ सहायक सुझाव दिए गए हैं:

1. संतुलित आहार लें

ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर हों। नट्स, बीज, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, और केले और एवोकाडो जैसे फलों को अपने आहार में शामिल करें, जो कामेच्छा और स्टैमिना को बढ़ाते हैं।

2. नियमित व्यायाम करें

शारीरिक गतिविधि रक्त संचार में सुधार करती है, तनाव को कम करती है और ऊर्जा स्तर को बढ़ाती है। हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने का प्रयास करें।

3. माइंडफुलनेस और मेडिटेशन का अभ्यास करें

तनाव और चिंता शीघ्रपतन के मुख्य कारण होते हैं। माइंडफुलनेस, मेडिटेशन, या योग का अभ्यास करने से मन को शांत किया जा सकता है और स्खलन पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है।

4. हाइड्रेटेड रहें

निर्जलीकरण से थकान और यौन प्रदर्शन में कमी आ सकती है। अपने शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए पर्याप्त पानी पिएं।

5. पर्याप्त नींद लें

गुणवत्तापूर्ण नींद हार्मोन के संतुलन और ऊर्जा के लिए आवश्यक होती है। प्रतिदिन 7-9 घंटे की नींद लेने का लक्ष्य रखें।

शीघ्रपतन मे फायदेमंद 5 फल

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) को नियंत्रित करने के लिए कुछ फलों का सेवन फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि वे शरीर की ऊर्जा और यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। यहां 5 ऐसे फल दिए जा रहे हैं, जो शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:

1. केला

केला पोटैशियम, मैग्नीशियम, और विटामिन बी6 से भरपूर होता है, जो यौन स्वास्थ्य में सुधार करने और तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। यह फल यौन सहनशक्ति बढ़ाने और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे शीघ्रपतन की समस्या कम हो सकती है।

2. तरबूज

तरबूज में सिट्रुलिन नामक एक यौगिक होता है, जो रक्त प्रवाह में सुधार करता है और यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है। इसका सेवन शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है और यौन क्रियाओं पर नियंत्रण बढ़ता है।

3. अनार

अनार एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो रक्त प्रवाह में सुधार करता है और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। बेहतर रक्त संचार से यौन अंगों को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, जिससे यौन प्रदर्शन बेहतर होता है और स्खलन पर नियंत्रण में मदद मिलती है।

4. अवोकाडो

अवोकाडो फोलिक एसिड और विटामिन बी6 से समृद्ध होता है, जो यौन ऊर्जा को बढ़ाने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है। यह फल यौन सहनशक्ति बढ़ाने और शीघ्रपतन की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।

5. ब्लूबेरी

ब्लूबेरी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं और यौन स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। इसके सेवन से ऊर्जा स्तर बढ़ता है और शरीर में स्खलन पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है।

इन फलों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करके आप शीघ्रपतन की समस्या को कम कर सकते हैं और यौन जीवन को स्वस्थ बना सकते हैं।


अंतिम विचार

शीघ्रपतन एक परेशान करने वाली समस्या हो सकती है, लेकिन शीघ्रपतन की आयुर्वेदिक दवा के सहारे इसके प्राकृतिक और प्रभावी समाधान उपलब्ध हैं। पांच आयुर्वेदिक दवाएं—अश्वगंधा, शिलाजीत, सफेद मूसली, कौंच बीज, और विदारीकंद—न केवल शीघ्रपतन का इलाज करती हैं, बल्कि यौन स्वास्थ्य और जीवन शक्ति में भी सुधार करती हैं।

शीघ्रपतन की बेस्ट दवा लेने व इसका जड़ से इलाज करवाने के लिए आप Ansaar Ayurved Clinic पर संपर्क करके मुफ़्त सलाह लीजिए व्हाट्सप्प नंबर 7827993456 पर

इस पोस्ट मे हमने आपको Shighrapatan ki ayurvedic dawa और Shighrapatan ka ayurvedic dawa के बारे मे भरोसेमंद जानकारी दी है ।

This post is about “Shighrapatan ki ayurvedic dawa” written by Dr. Sameer

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